वास्तु शास्त्र के अनुसार हर घर के लिए शुभ हैं कुछ पेड़-पौधे। लेकिन, कुछ पेड़-पौधे घर-आंगन में लगाना अशुभ फल भी देते हैं। शुभ पेड़-पौधों को किस दिशा, किस हिस्से में लगाएँ यह जानना जरूरी है। आइए जानें....
तुलसी : तुलसी की पूजा की जाती है, तुलसी में कई औषधीय गुण भी हैं। तुलसी का पौधा घर में उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगाया जाना चाहिए। इन दिशाओँ में लगाए जाने से तुलसी का पौधा बरकत लाता है।
बरगद का पेड़ : बरगद और पीपल के पेड़ हिंदू धर्म में पवित्र माने जाते है। बरगद के पेड़ को घर में नहीं बल्कि मंदिर में लगाना चाहिए।
ऊंचे पौधे : ऊंचे पौधों को घर की दक्षिण या पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। ऐसी जगह जहां इन्हें सूरज की भरपूर रोशनी मिले और ये पौधे घर में रहने वालों का रास्ता न रोकें।
छोटे पौधे : छोटे आकार के पौधों को पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। लेकिन, इन्हें उत्तरपूर्व दिशा में जगह देना अनिष्टकारी हो सकता है।
कांटेदार पौधे : कैक्टस जैसे कांटेदार पौधों को घर के भीतर लगाने से बचें। लेकिन, गुलाब का पौधा इसमें अपवाद है। गुलाब का पौधा घर में लगाया जा सकता है।
बेल वाले पौधे : लताओँ वाले पौधों को प्रवेश द्वार या एक्सटीरियर स्पेस जैसे बालकनी में लगा सकते हैं। लेकिन, इस बात का ध्यान रखें कि लताएं कंपाउंड की दीवार से ऊंचे न चले जाएं।
दूधिया पेड़-पौधे : दूधिया पेड़-पौधों को घर के आंगन में न लगाएं। इनके घर में होने से घर में रहने वालों को स्वास्थ्य कष्ट हो सकते हैं।
घर के सामने या बीचोंबीच पौधा : घर के ठीक सामने या बीच में कोई भी पौधा लगाने से बचना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक असर पड़ता है।
शुभ फलदायी फल के पेड़ : फलों के पेड़ जैसे आम, जामुन, केला, दूधिया पेड़ जैसे महुआ, पीपल और कांटेदार पेड़ जैसे बबूल, बेर आदि को घर के प्रांगण में न लगाएं।
आंगन में लगाएं ये पेड़-पौधे : कुछ ऐसे पौधे और पेड़ हैं जिन्हें घर के आंगन में लगाना शुभ फल देता है। जैसे अनार, दालचीनी, नारियल, अशोक, गुलाब, बकुल, चमेली, केसर और चंपा के पेड़-पौधे शुभफलदायी होते हैं।
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