Monday 20 April 2015

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “जन धन” योजना से जुडी कुछ अति महत्त्वपूर्ण बातें -

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी २८ अगस्त २०१४ को राष्ट्र को अति महत्वकांछी जन धन योजना समर्पित करने जा रहे है प्रधानमंत्री जन धन योजना देश व्यापी आधार योजना का अगला चरण है । इसका उद्देस्य अति गरीब देशवाशियो को अत्याधुनिक बैंकिंग सुविधाओ का लाभ पहुँचना है । प्रधानमंत्री जन धन योजना को एक ऑनलाइन प्रतियोगिता के आधार पर चुना गया जो की ७ जजों की पैनल ने अपनी सहमति से ६००० सुझावों में से चुना ।
प्रधानमंत्री जन धन योजना का नारा है “मेरा खाता - भाग्य विधाता ”। आम तौर पर जन धन योजना उन गरीब भारतीयों के लिए बनाई गयी है जिनके पास कोई बैंक अकाउंट नहीं हैं । प्रधानमंत्री जन धन योजना गरीब भारतीयों के लिए भी डेबिट कार्ड सुनिश्चित है।
इस योजना के तहत भारत के सभी ग्रामीण और क्षेत्रीय इलाको मे और सभी बैंको के सभी खातों द्वारा उन्हें डेबिट कार्ड्स उपलब्ध कराये जायेंगे जो की रु पैय की स्कीम के अन्तर्गत है । वीसा और मास्टरकार्ड के समकछ भारत ने रूपए को बनाया गया है ।सभी खता धारक किसी प्राणघातक दुर्घटना की स्थिति में १ लाख रूपए के बीमा के अधिकारी होंगे।
प्रधानमंत्री जन धन योजना को एक टारगेट के तहत ७.५ करोड़ परिवारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य के साथ लागू किया जाएगा । उन्हें भारत के बैंकों के नियमो को जाने व् उनसे जुड़ के १५ करोड़ बैंक के खाते खोले जा सके। यानी प्रत्येक परिवार से २ बैंक खाते खुलना इस योजना के अंतर्गत प्रस्तावित है ।
कोई भी एक खाता ६ माह के अंदर खुल जाना चाहिये जोकि खाताधारक से उसकी आधार कार्ड की सुचना से जुड़ा हुआ है।जन धन योजना इन सभी सहायताओं के साथ व्यापार सम्बन्धी और बैंक सम्बन्धी एवं ५००० से कम की धनराशि वाले एवं पुरानी मिलो के खाताधारको को सहायता प्रदान करेगी।
यह जन धन योजना एक लम्बे समय तक चलने वाली तथा कम पैसे में सभी को बराबर की सहायता प्रदान करने वाली डिजिटल इंडिया स्कीम है I

प्रधानमंत्री जन धन योजना से आम लोगों को क्या लाभ होगा और कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी, उस पर एक नजर -

1- "इस योजना में बिना किसी रूपए जमा किए बैंक खाते खोले जाएंगे यानी जीरो बैलेंस पर खाते खुलेंगे।

2- आर्थिक रूप से पिछड़े जिन परिवारों के पास बैंक खाता नहीं है उनके बैंक खाते खुलवाए जाएंगे। इसमें साढे सात करोड़ परिवारों को शामिल किया जाएगा।

3- हर परिवार में कम से कम दो खाते खुलवाएं जाने की योजना है। यानी कुल 15 करोड़ खाते खोले जाने हैं।

3- इस योजना के तहत खाता खुलवाने पर व्यक्ति को 1 लाख रूपए की दुर्घटना बीमा मिलेगी। 

4- खाता खुलवाने के साथ ही ग्राहक को "रूपे" डेबिट कार्ड की भी सुविधा दी जाएगी। 

5- इस योजना के तहत आधार कार्ड से खुले खातों में 6 महीने बाद ग्राहक आवदेन देने पर जमा राशि से 5000 रूपए की अधिक राशि निकाल सकेगा। 

6- इस योजना का पहला चरण अगस्त 2014 में खत्म होगा। 

7- इस योजना का दूसरा चरण 2015 से 2018 तक चलेगा। उसमें पेंशन योजना "स्वालंबन" की भी सुविधा दी जाएगी। 

8- इसके पहले चरण में बैंक सात हजार से अधिक शाखाएं खोलेंगे और 20 हजार से अधिक एटीएम लगाएंगे। 

9- योजना के शुभारंभ के दिन खाता खोलने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 60 हजार से अधिक कैंप लगाए गए।

10- इस योजना को लागू करने से 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। 

11- इस खाते को खुलवाने के लिए आधार कार्ड या उसका नंबर, मनरेगा जॉब कार्ड, वेाटर आईडी कार्ड, राशन, ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली या टेलफोन बिल, जन्म या विवाह प्रमाण पत्र, सरपंच का लिखा पहचान पत्र और किसी मान्यता प्राप्त संस्था का पहचान पत्र जरूरी है।

12 सरकार खाता खुलवाने के बाद लक्षित लोगों को ही सब्सिडी देने पर विचार कर सके गी। इससे आम आदमी को आर्थिक सुरक्षा भी मिलेगी और वह बचत भी करेगा, जिससे सरकार को फायदा मिलेगा।

ये जानकारी अंतर्जाल (इंटरनेट) के सौजन्य से उपलब्ध हुई है।

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