प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक रुपये प्रति महीने प्रीमियम पर 2 लाख रुपये की दुर्घटना बीमा योजना समेत सामाजिक सुरक्षा की कुछ प्रमुख योजनाओं का नौ मई को कोलकाता में उद्घाटन करेंगे।
वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की जाने वाली इन योजनाओं का मकसद सस्ती दर पर और सरल तरीके से आवश्यक सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराना है। इन योजनाओं को अंशधारकों के बैंक खाते के साथ पैसा स्वत: कटने की सुविधा से जुड़ी होंगी। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने 28 फरवरी आम बजट में को इस योजना की घोषणा की थी।
दो बीमा योजनाएं, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) तथा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) के तहत बीमाधारकों को किसी कारण से असमय मृत्यु, सामान्य मौत या दुर्घटना के कारण अपंगता की स्थिति में बीमा कवर उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं अटल पेंशन योजना (एपीवाई) वृद्धावस्था आय सुरक्षा की जरूरतों का समाधान करेगी।
जीवन बीमा या दुर्घटना बीमा और वृद्धावस्था आय सुरक्षा के दायरे में अभी बहुत कम लोग हैं। ऐसे में इन योजनाओं की आसान डिलीवरी प्रणाली से यह समस्या दूर होगी। बयान के अनुसार पीएमएसबीवाई के तहत दो लाख रुपये का मृत्यु सह अपंगता पर बीमा कवर मिलेगा। यह उत्पाद 18 से 70 वर्ष के सभी बचत खाताधारकों के लिये है। इसका प्रीमियम 12 रुपये सालाना है।
वहीं दूसरी तरफ पीएमजेजेबीवाई 18 से 50 साल के सभी बचत बैंक खाताधारकों को 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर उपलब्ध कराएगी। इसका प्रीमियम प्रति ग्राहक 330 रुपये सालाना है।
अटल पेंशन योजना नाम से शुरू की जा रही पेंशन योजना के तहत असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों पर जोर दिया जाएगा। इसमें 60 साल के उम्र से 1,000 रुपये, 2,000 रुपये, 3,000 रुपये, 4,000 रुपये या 5,000 प्रति महीने का पेंशन मिलेगा जो योगदान राशि पर निर्भर करेगा। इस योजना का लाभ 18 से 40 वर्ष के लोग ले सकते हैं।
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बाबा जी संसद मे पतंजलि भगवान की आयुर्वेदिक दवा का नाम बदलने की माँग उठी उठनी चाहिए मगर बाबा की राष्ट्र भक्ति के बिगाड़ने के ळिए नही अब बहुत सारे विदेशी मानसिकता वाले नेता जो कम्पनियाँ गोरा बनाने का ज़ोर शोर से दावा करती हे जो आज तक तो कोई गोरा नही हुआ विदेशी मानसिकता वाले नेता को भी एसी कम्पनियो के बारे मे संसद मे उठानी चाहिए क्योकि विदेशी मानसिकता वाले नेताओ को बाबा की अपार राष्ट्र भक्ति रास नही आ रही क्योकि बाबा की राष्ट्र भक्ति ओर बढ़ती चली जाएगी विदेशी मानसिकता बाबा को रोकना चाहती ह एसा होगा नही क्या यह मुद्दा क़ानून बनाने के लए ह क्योकि मोजूदा सरकार के पास राज्य सभा मे बहुमत नही ह जो जनता की चुनिहुई नही ह
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